Chitralekha

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Rajkamal Prakashan, Jan 1, 2008 - Ethics - 199 pages
चित्रालेखा न केवल भगवतीचरण वर्मा को एक उपन्यासकार के रूप में प्रतिष्ठा दिलानेवाला पहला उपन्यास है बल्कि हिंदी के उन विरले उपन्यासों में भी गणनीय है, जिनकी लोकप्रियता बराबर काल की सीमा को लाँघती रही है। चित्रालेखा की कथा पाप और पुण्य की समस्या पर आधारित है। पाप क्या है ? उसका निवास कहाँ है ? -इन प्रश्नों का उत्तर खोजने के लिए महाप्रभु रत्नांबर के दो शिष्य, श्वेतांक और विशालदेव, क्रमशः सामंत बीजगुप्त और योगी कुमारगिरि की शरण में जाते हैं। इनके साथ रहते हुए श्वेतांक और विशालदेव नितांत भिन्न जीवनानुभवों से गुजरते हैं। और उनके निष्कर्षों पर महाप्रभु रत्नांबर की टिप्पणी है, संसार में पाप कुछ भी नहीं है, यह केवल मनुष्य के दृष्टिकोण की विषमता का दूसरा नाम है। हम न पाप करते हैं और न पुण्य करते हैं, हम केवल वह करते हैं जो हमें करना पड़ता है।

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About the author (2008)

भगवतीचरण वर्मा 30 अगस्त, 1903 को उन्माव जिले (उ॰प्र॰) के शफीपुर गॉव में जन्म । शिक्षा : इलाहाबाद से बी. ए., एल. एल. बी. । प्रारम्भ में कविता-लेखन । फिर उपन्यासकार के नाते विख्यात भगवती बाबू 1933 के करीब प्रतापगढ़ के राजा साहब भदरी के साथ रहे । 1936 के लगभग फिल्म कार्पोरेशन, कलकत्ता में कार्य किया । कुछ दिनो तक ‘विचार’ नामक साप्ताहिक का प्रकाशन-सम्पादन और इसके खाद बम्बई में फिल्म-कथा लेखन तथा दैनिक 'नवजीवन' का सम्पादन । आकाशवाणी के लई केद्रों में भी कार्य । बाद में, 1957 से 'मृत्यु-पर्यत्न स्वतंत्र साहित्यकार के रूप में लेखन । उनके बेहद लोकप्रिय उपन्यास ‘चित्रलेखा’ पर दोबार फ़िल्में बनीं । 'भूले-बिसरे चित्र’ साहित्य अकादेमी से सम्मानित | पदमभूषण तथा राज्यसभा की मानद सदस्यता प्राप्त । प्रकाशित पुस्तकें अपने खिलौने, पतन, तीन वर्ष, चित्रलेखा, भूले-बिसरे चित्र, टेढ़े-मेढ़े रास्ते, सीधी सच्ची बाते, धुप्पल, रेखा, वह फिर नहीं आई, सबहि नचावत नाम गोसाई, प्रश्न और मरीचिका, युवराज चूण्डा (उपन्यास); प्रतिनिधि कहानियाँ, मेरी कहानियाँ, मोर्चाबन्दी तथा सम्पूर्ण कहानियाँ (कहानी-संग्रह); मेरी कविताएँ; सविनय और एक नाराज कविता (कविता-संग्रह); मेरे नाटक, वसीयत (नाटक); अतीत के गर्त से, कहि न जाय का कहिए (संस्मरण); साहित्य के-सिद्धान्त तथा रूप (सहित्यलोचन); भगवतीचरण वर्मा रचनावली ( 1 4 खंडो में) | निधन: 5 अक्टूबर, 1981

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