Mantri ho Jane ka SapnaSubodh Pocket Books |
Contents
Section 1 | 5 |
Section 2 | 7 |
Section 3 | 13 |
Section 4 | 29 |
Section 5 | 35 |
Section 6 | 41 |
Section 7 | 46 |
Section 8 | 55 |
Section 14 | 88 |
Section 15 | 92 |
Section 16 | 101 |
Section 17 | 107 |
Section 18 | 115 |
Section 19 | 122 |
Section 20 | 127 |
Section 21 | 133 |
Section 9 | 59 |
Section 10 | 69 |
Section 11 | 73 |
Section 12 | 78 |
Section 13 | 83 |
Section 22 | 138 |
Section 23 | 158 |
Section 24 | |
Common terms and phrases
अच्छा अपना अपनी अपने अब आज आदमी आप आपको इस इस बार इसलिए इसी इसे उनका उनकी उनके उन्हें उन्होंने एक ऐसा कई करते करने कहता कहते कहाँ का काम कारण कि वे किया किसी की कुछ के बाद के लिए केवल को कोई क्या क्यों गई गए चुनाव जब जरूर जाए जाता जो तक तिवारी जी तुम तो था कि थी थे दिन दिया दे देश दो नहीं है नाम ने पर पहले पूछा प्रजातंत्र फिर बात भइया जी भी भी नहीं मतलब मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने कहा यदि यह यहाँ यही या यार ये रहा था रहा हूँ रहा है रही रहे थे रहे हैं रुपया लगा ले लेकिन लोकसभा लोग लोगों को वह बोले वाला वाले विभाग वे व्यंग्य सकता समझ सरकारी साथ साहब से हम हमारे ही हुआ हुए हूँ कि है और है कि हो गए होगा होता होती होने