Aṅgikā sāhitya kā itihāsa, Volume 1

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Śekhara Prakāśana, 1977 - Angika literature - 82 pages
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A historical survey of literature in Angika, a dialect of Eastern Hindi.

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Contents

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17
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19
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53

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३८ ५५ ५६ ५७ अंक अंग माधुरी अंगिका के अंगिका में अंगिका साहित्य अच्छा अध्याय अनेक अपनी अपने अभी तक आदि इन इनकी इस इसका इसके इसमें इसी ई० में उल्लेख एक एवं ओर कई कथा कर कवि कहानी का प्रकाशन का भी काल काव्य किया किया है की कुछ कुमार कृष्ण के कुछ के नाम को गई गया है गाँव गीत गीतों गे चम्पा चर्चा चौधरी जा जाता है जी जो झा डा० तरह तो था थी थे द्वारा नरेश पाण्डेय चकोर नहीं ना नामक नारायण निर्माण ने पटना पर परमानन्द परिषद् पांडेय पुस्तक प्रकाशन प्रथम प्रसाद प्राचीन बहुत बाद बिहार भागलपुर भाषा मिश्र में प्रकाशित में भी यह या ये रचनाएँ रहा रे लेकिन लोक वे शीर्षक श्री संग्रह संस्कृत सकता है समय सम्बन्धी साहित्य का सिंह से हिन्दी ही हुआ है हुई हे है और है कि हैं हो होता

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