Bade Ghar Ki BetiNA |
Other editions - View all
Common terms and phrases
अपनी अपने अब आँखें आकर आज आनन्दी ने आप आया इतना इन इलाहाबाद इस इस घर में इसलिए इसी उनका उनकी उनके उन्हें उन्होंने उसकी उसके उसने उसी उसे ऋण एक दिन ऐसा ऐसी ओर और कई कभी कर करते थे करना कहा कहाँ का काम किया किसी कुछ के को कोई क्या क्यों क्रोध खड़ाऊँ गए गाँव में घर की बेटी घी चाहते जब जाए जाता जिस जो ठाकुर तक तरह तो था कि थी थे दरवाजे दिया देते दो दोनों न था नहीं पर पीछे बड़े घर की बहुत बात पर बातें बाप बाहर बेनीमाधव सिंह बोला बोले भर भाई भी भैंस भैया मन मांस में मुँह मुझे मेरा मेरी मेरे मैं मैंने मैके यदि यह यहाँ यही या रहा रही लगा लालबिहारी ने लालबिहारी सिंह लिया वह वहाँ शनिवार श्रीकंठ श्रीकंठ सिंह सब समय सिर स्त्रियों स्त्री हाथ ही हुआ हुई हूँ है हैं हो गया होती