Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... इन्द्र का वार्तालाप होता है , जिसमें चंडिका शोणित से अपनी तृषा बुझाने की मांग करती है । इन्द्र इसकी पूर्ति हेतु एक गन्धर्व को तोते ...
... इन्द्र का वार्तालाप होता है , जिसमें चंडिका शोणित से अपनी तृषा बुझाने की मांग करती है । इन्द्र इसकी पूर्ति हेतु एक गन्धर्व को तोते ...
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... इन्द्र से कहना कि मुझे रक्त से तृप्त कीजिये । इन्द्र का कहना कि कन्नौज और दिल्ली की शत्रुता होने वाली है , तृप्त हो जावेगी ...
... इन्द्र से कहना कि मुझे रक्त से तृप्त कीजिये । इन्द्र का कहना कि कन्नौज और दिल्ली की शत्रुता होने वाली है , तृप्त हो जावेगी ...
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... ( इन्द्र ) । इन्द्र = इन्द्र स्वरूपी पृथ्वीराज | सुध्यौ = हुआ | माजं माजन | तिय सराप = श्रापित बाला । मइग = होने पर । अर्थः : - तब ऋषि कहने ...
... ( इन्द्र ) । इन्द्र = इन्द्र स्वरूपी पृथ्वीराज | सुध्यौ = हुआ | माजं माजन | तिय सराप = श्रापित बाला । मइग = होने पर । अर्थः : - तब ऋषि कहने ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने