Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... समान पेनी ( पतली , तीखी ) आकतिवाली उसकी वेणी , पद्म पंखुड़ी के समान उसके नैत्र , कांति युक्त और पंक्ति बद्ध उसकी रदपंक्ति , अष्टमी के ...
... समान पेनी ( पतली , तीखी ) आकतिवाली उसकी वेणी , पद्म पंखुड़ी के समान उसके नैत्र , कांति युक्त और पंक्ति बद्ध उसकी रदपंक्ति , अष्टमी के ...
Page 248
... समान मुख , मृग के समान नैत्र , कामदेव के धनुषाकार सी भौंहें , गंगा की तरल तरंगों के सदृश मुक्ता- मांग , सर्प - सदृश वेणी , शुक्र के समान ...
... समान मुख , मृग के समान नैत्र , कामदेव के धनुषाकार सी भौंहें , गंगा की तरल तरंगों के सदृश मुक्ता- मांग , सर्प - सदृश वेणी , शुक्र के समान ...
Page 453
... समान कठिन तलवार निकाली उस समय यमराज की टोली के समान या मतवाले हाथियों के समान योद्धा टूट पड़े और कितने ही राजवंशज अपनी शक्ति के बल ...
... समान कठिन तलवार निकाली उस समय यमराज की टोली के समान या मतवाले हाथियों के समान योद्धा टूट पड़े और कितने ही राजवंशज अपनी शक्ति के बल ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने