Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
From inside the book
Results 1-3 of 77
Page 252
... गया नहँ गया हुतों ॥ ३ ॥ शब्दार्थः — के के = कितना ही । गया = गये | महिमंडलां = भू मंडल | वज्जाये = कहला कर दीह = बड़े , दीर्घ । दिवहाई ...
... गया नहँ गया हुतों ॥ ३ ॥ शब्दार्थः — के के = कितना ही । गया = गये | महिमंडलां = भू मंडल | वज्जाये = कहला कर दीह = बड़े , दीर्घ । दिवहाई ...
Page 438
... गई । चहुँखंड = चारों ओर । जंगह = युद्ध में । श्रालुज्भिय = उलझ गया । खित्त क्षेत्र सुद्धि - सोधा गया , ढूंढा गया , खोजा गया । कमधज्ज ...
... गई । चहुँखंड = चारों ओर । जंगह = युद्ध में । श्रालुज्भिय = उलझ गया । खित्त क्षेत्र सुद्धि - सोधा गया , ढूंढा गया , खोजा गया । कमधज्ज ...
Page 487
... गया । हंसु = हंस । गौ = गया | कलि वुड्ड = इस कलि काल में वह डूब गई । अँधियार मउ = अँधेरा हो गया । T सांई = स्वामी । श्रप्पन उ = श्रर्पित ...
... गया । हंसु = हंस । गौ = गया | कलि वुड्ड = इस कलि काल में वह डूब गई । अँधियार मउ = अँधेरा हो गया । T सांई = स्वामी । श्रप्पन उ = श्रर्पित ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने