Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... घोड़े । बीजगति = विद्युत गति | चित चाइ – चित्त से चाह कर , चित्त में स्थान देकर | अर्थ : - बाद में कैमास को श्रेष्ट दस हाथी , सात सौ घोड़े ...
... घोड़े । बीजगति = विद्युत गति | चित चाइ – चित्त से चाह कर , चित्त में स्थान देकर | अर्थ : - बाद में कैमास को श्रेष्ट दस हाथी , सात सौ घोड़े ...
Page 537
... घोड़े से घोड़े । पायल सुपाय = पैदल से पैदल । क.र सों करि = हाथी से हाथी । मग्गा = मग्नहुए , कटे । ईस = स्वामी । श्रान = दुहाई | चत्रै = कहने ...
... घोड़े से घोड़े । पायल सुपाय = पैदल से पैदल । क.र सों करि = हाथी से हाथी । मग्गा = मग्नहुए , कटे । ईस = स्वामी । श्रान = दुहाई | चत्रै = कहने ...
Page 543
... घोड़े के कंध पर डाल दिया , इस प्रकार सुलतान को पकड़ा हुआ देख मुस्लिम वोर सेना सहित भाग गए । बहुत से हाथी घोड़े लूटे गए । लूट का ...
... घोड़े के कंध पर डाल दिया , इस प्रकार सुलतान को पकड़ा हुआ देख मुस्लिम वोर सेना सहित भाग गए । बहुत से हाथी घोड़े लूटे गए । लूट का ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने