Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... जल रक्या जगि वीर । हहंकार सम्मुह भये , मंगन जुद्ध शरीर ॥ ३६ ॥ 1 शब्दार्थः – श्रस्नानं = स्नान · ज्यं = जैसे | क्यंन = किया | जल रख्या = जल ...
... जल रक्या जगि वीर । हहंकार सम्मुह भये , मंगन जुद्ध शरीर ॥ ३६ ॥ 1 शब्दार्थः – श्रस्नानं = स्नान · ज्यं = जैसे | क्यंन = किया | जल रख्या = जल ...
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... जल डूबी हुई थी । उस बाला के नेत्र तो जल - घटका तुल्य थे , जो स्नेह रूपी जल कर अपने प्रेम का परिचय देते थे । में ही में डूब दोहा वंदन बर ...
... जल डूबी हुई थी । उस बाला के नेत्र तो जल - घटका तुल्य थे , जो स्नेह रूपी जल कर अपने प्रेम का परिचय देते थे । में ही में डूब दोहा वंदन बर ...
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... जल से निकली हुई भूमि । पं g = पसली | झीन = पतली । कसमीर = कैंसर । श्रगरजम = श्रगरजा | जू = देखा | मंत = मतवाले । हड्डूडुश्र = हड्डूडा ( जल ...
... जल से निकली हुई भूमि । पं g = पसली | झीन = पतली । कसमीर = कैंसर । श्रगरजम = श्रगरजा | जू = देखा | मंत = मतवाले । हड्डूडुश्र = हड्डूडा ( जल ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने