Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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Page 202
... पति ( शहाबुद्दीन ) सिंधु उतर कर आ गया है । सुनि पत्री चहुआन ने , सम सामंतन राज । बात परष्ट्रिय सब भरन , अप्प अप्प कल साज ।। २२ ।। प्रा ० ...
... पति ( शहाबुद्दीन ) सिंधु उतर कर आ गया है । सुनि पत्री चहुआन ने , सम सामंतन राज । बात परष्ट्रिय सब भरन , अप्प अप्प कल साज ।। २२ ।। प्रा ० ...
Page 296
... पति कुल संहरहि , पीय तौ हथ्थ रहे जिन । जैचंदराइ कम धज्ज कुल , उअर संयोग नाम प्रथिराज बर , दुअ सु जुन्हाइय पुत्र- छल । मार अनभंग दल ॥ ७४ ...
... पति कुल संहरहि , पीय तौ हथ्थ रहे जिन । जैचंदराइ कम धज्ज कुल , उअर संयोग नाम प्रथिराज बर , दुअ सु जुन्हाइय पुत्र- छल । मार अनभंग दल ॥ ७४ ...
Page 313
... पति , पति ना लभ्यौ पार ॥ ३३ ॥ - । शब्दार्थ : - गरु महान , मारी । मत्ति = बुद्धि । वृत - पति - समूह - पति , महारथि । पति = पंक्ति , | । प्रतना ...
... पति , पति ना लभ्यौ पार ॥ ३३ ॥ - । शब्दार्थ : - गरु महान , मारी । मत्ति = बुद्धि । वृत - पति - समूह - पति , महारथि । पति = पंक्ति , | । प्रतना ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने