Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
From inside the book
Results 1-3 of 76
Page 232
... विशेष | श्रबलान = अबलाओं का । मतिमंत = बुद्धिमत्ता | अर्थ : विशेष लज्जा ही अबला कहलाने वाली स्त्रियों के शरीर को शोभा कही - जाती है ...
... विशेष | श्रबलान = अबलाओं का । मतिमंत = बुद्धिमत्ता | अर्थ : विशेष लज्जा ही अबला कहलाने वाली स्त्रियों के शरीर को शोभा कही - जाती है ...
Page 494
... विशेष में इस सोचने वाले , विशेष सूझ वाले । | । नन कहै = नहीं कहता । कंबन = किसी से । मंडौ = मंडन करो । अर्थः- — तब कन्द चाहुआन , जैत्रराय ...
... विशेष में इस सोचने वाले , विशेष सूझ वाले । | । नन कहै = नहीं कहता । कंबन = किसी से । मंडौ = मंडन करो । अर्थः- — तब कन्द चाहुआन , जैत्रराय ...
Page 518
... विशेष । तार्थे = उससे सरस = प्रसन्न | अर्थः . उस वीर कवि चंद से शास्त्रार्थ करने पर केदार के मनोरथ इस तरह मन में ही रह गये जैसे कुए की ...
... विशेष । तार्थे = उससे सरस = प्रसन्न | अर्थः . उस वीर कवि चंद से शास्त्रार्थ करने पर केदार के मनोरथ इस तरह मन में ही रह गये जैसे कुए की ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने