Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... सम भसुण्ड सु तुट्टौ ॥ तुट्टौ सु दंत सम सुण्ड मुख ; रुख किन्निय सुरतान तन । 7 दल दंद करत दाहर सुतन ; मद वारुन दारुन दलन ।। २६ ।। ग्रा ० ...
... सम भसुण्ड सु तुट्टौ ॥ तुट्टौ सु दंत सम सुण्ड मुख ; रुख किन्निय सुरतान तन । 7 दल दंद करत दाहर सुतन ; मद वारुन दारुन दलन ।। २६ ।। ग्रा ० ...
Page 148
... सम । अंखि पदम पत मानु , भाल अष्टम रतिपति क्रम ॥ सिखा - नामि गज ... सम वरि चरित , चतुर चित्त हरनी विदुख । सतपत्र गंध मुख ससिय सम , नेन रंभ ...
... सम । अंखि पदम पत मानु , भाल अष्टम रतिपति क्रम ॥ सिखा - नामि गज ... सम वरि चरित , चतुर चित्त हरनी विदुख । सतपत्र गंध मुख ससिय सम , नेन रंभ ...
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... सम कूरँभ चहुआन , धरा मोहब्ब ' मंडि रन ॥ लख्ख क असवार , सहे बानह सम बारुन । पायक अयुत त्रिपंच , संग तत्तार सु धारन ॥ बलिराइ जेम दानव ...
... सम कूरँभ चहुआन , धरा मोहब्ब ' मंडि रन ॥ लख्ख क असवार , सहे बानह सम बारुन । पायक अयुत त्रिपंच , संग तत्तार सु धारन ॥ बलिराइ जेम दानव ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने