Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 3Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... ( सूर्य - किरणें ) शोभा पाने लगीं । बाला का शिशुत्व अज्ञात अवस्था में होने से रात्रि की ओर यौवन में ज्ञानावस्था होने से सूर्य की उपमा ...
... ( सूर्य - किरणें ) शोभा पाने लगीं । बाला का शिशुत्व अज्ञात अवस्था में होने से रात्रि की ओर यौवन में ज्ञानावस्था होने से सूर्य की उपमा ...
Page 57
... सूर्य में । मिल्यउ = मिल गया । सोमेस गति = शांति को प्राप्त हुआ , सोमेश्वर ने चन्द्र मण्डल में गति प्राप्त की | पंचतत्त = पंचतत्व ...
... सूर्य में । मिल्यउ = मिल गया । सोमेस गति = शांति को प्राप्त हुआ , सोमेश्वर ने चन्द्र मण्डल में गति प्राप्त की | पंचतत्त = पंचतत्व ...
Page 213
... सूर्य | बढ़ि = उठा | रुचि = रुचिकर । सामि = स्वामी | सेत = - श्वेत । अस = अश्व , घोड़ा । अर्थ : -पूर्व दिशा से लालिमा लेकर सूर्य उदय हुआ और ...
... सूर्य | बढ़ि = उठा | रुचि = रुचिकर । सामि = स्वामी | सेत = - श्वेत । अस = अश्व , घोड़ा । अर्थ : -पूर्व दिशा से लालिमा लेकर सूर्य उदय हुआ और ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः इन्द्र इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक और कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० काम कामदेव कारण कि किया की के लिए के लिये के समान को कोई गई गया गये घर चंद चहुआन जल जाने जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देव दोनों दोहा द्वारा नहीं ने पज्जून पति पर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्रा० पा० १ प्राप्त बर बल बात बीर भर भी भीं० भीम मन में यह या युद्ध में रस राज राजस्थान राजा रावल रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शत्रु शत्रुओं शब्दार्थ शरीर शाह शिव श्र श्रेष्ठ संयोगिता सब सम समर सहित सामंत सामंतों सिर सु सूर सूर्य से सेना स्थान हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने