Hindī muhāvare |
What people are saying - Write a review
We haven't found any reviews in the usual places.
Common terms and phrases
१)-प्रेमचंद अपना अपनी अपने अब आंख आंखें आंखों आग आना आप इस उसके उसे एक एवं ओर और कबीर कर करना करने कलेजा कहना का कान काम कि किया किसी की कुछ के के लिए को कोई क्या क्यों खाना गई गया गये गला गले गु० घर चलना चित्त छाती जब जाता जान जाना जी जो डालना तक तब तरह तुम तो था थी थे दास दिन दिया दिल दूर दे० देखना देना दो न होना नहीं ना० नाम ने पड़ना पर पाना पानी पैर प्रयोग प्रेमचंद फिर बहुत बात बातें बोल०-हरिऔध भर भा० भी मन मान० मारना मुंह में मेरी मेरे मैं यह या रंग० रखना रह रहना रहा रही रहे राम० लगना लगाना लेना लोग वर्मा वह वे शर्मा स० सब समय समा० साथ सिर सू० सा०—सूर से हम हरिऔध हाथ ही हुआ हुई हुए हृदय है है कि हैं हो हो जाना होना होनी