Manto Ki Chuni Huei Kahniyan

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Atmaram & Sons
 

Contents

Section 1
5
Section 2
7
Section 3
18
Section 4
26
Section 5
33
Section 6
37
Section 7
46
Section 8
62
Section 18
183
Section 19
189
Section 20
201
Section 21
207
Section 22
215
Section 23
225
Section 24
234
Section 25
243

Section 9
76
Section 10
85
Section 11
96
Section 12
105
Section 13
111
Section 14
120
Section 15
137
Section 16
153
Section 17
175
Section 26
248
Section 27
254
Section 28
264
Section 29
274
Section 30
280
Section 31
287
Section 32
307
Section 33
313
Copyright

Common terms and phrases

अगर अन्दर अपना अपनी अपने अब आई आदमी आप आया आवाज इस इसलिए उस उसका उसकी उसके उसको उसने उससे उसे एक ऐसा और औरत कई कभी करता करती करने कहा का काम कि वह किया किसी की तरह कुछ के पास के बाद के लिए के साथ को कोई क्या क्यों गई गए घर जब जा जाए जैसे जो तक तरफ तिरलोचन तुम तो था कि थी थीं थे दिन दिल दी दे देखा देर दो दोनों नहीं नहीं था नीचे ने पर पहले पाकिस्तान पूछा पैदा फिर बड़ी बड़े बम्बई बहुत बात बार बारे में बाहर भाई भी मगर महसूस मालूम मुझे में मेरा मेरी मेरे मैं मैंने मोजेल यह यहाँ ये रहा था रही थी लगा लड़की लिया ले लेकिन वक्त वाले वे शारदा शुरू सकता सब सुगंधी से हर हाथ ही हुआ हुई हुए हूँ है कि हैं हो गई हो गया होता होती

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