The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-75 |
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... का एक ही गृहस्वामी हो , अथवा दोनों की राशियों के स्वामियों में मैत्री हो तो अशुभ कूटों का दोष नष्ट हो जाता है । यदि शुभकूट ...
... का एक ही गृहस्वामी हो , अथवा दोनों की राशियों के स्वामियों में मैत्री हो तो अशुभ कूटों का दोष नष्ट हो जाता है । यदि शुभकूट ...
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... का उपभोक्ता बनूं । ' गोत्रोच्चार : - इसके अनन्तर ज्योतिरीश्वर ने " गोत्रप्रवरक अनुगति " का जो संकेत किया है उससे कन्यादान के पूर्व वर ...
... का उपभोक्ता बनूं । ' गोत्रोच्चार : - इसके अनन्तर ज्योतिरीश्वर ने " गोत्रप्रवरक अनुगति " का जो संकेत किया है उससे कन्यादान के पूर्व वर ...
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... का पात्र ) , पइता ( पवित्र ) , प्रणीता ( सर्वा ) , प्रोक्षणी लाज ( लावा ) , समी ( शमी वृक्ष के डंठल ( सूप्पं ) सूप इत्यादि थाली व पात्र ) ...
... का पात्र ) , पइता ( पवित्र ) , प्रणीता ( सर्वा ) , प्रोक्षणी लाज ( लावा ) , समी ( शमी वृक्ष के डंठल ( सूप्पं ) सूप इत्यादि थाली व पात्र ) ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
23 other sections not shown