The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-75 |
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Results 1-3 of 20
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... प्रकार सह्य थे तथा अन्तिम दो वर्जित थे । किन्तु वैध सभी थे । डा ० राजबली पाण्डेय के अनुसार जो प्रकार जितना ही अधिक अप्रशस्त ...
... प्रकार सह्य थे तथा अन्तिम दो वर्जित थे । किन्तु वैध सभी थे । डा ० राजबली पाण्डेय के अनुसार जो प्रकार जितना ही अधिक अप्रशस्त ...
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... के अनुसार गान्धर्व विवाह में पुरुष और स्त्री परस्पर निश्चय कर एक दूसरे के साथ गमन करते हैं । " मनु के अनुसार जब कन्या और वर कामुकता ...
... के अनुसार गान्धर्व विवाह में पुरुष और स्त्री परस्पर निश्चय कर एक दूसरे के साथ गमन करते हैं । " मनु के अनुसार जब कन्या और वर कामुकता ...
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... के अनुसार आदिम जन के अन्दर यौन स्वेच्छाचार को रोकने के लिए असगोत्र विवाह का प्रचलन हुआ । " एक दूसरे मत के अनुसार आदिम काल में १ . २ ...
... के अनुसार आदिम जन के अन्दर यौन स्वेच्छाचार को रोकने के लिए असगोत्र विवाह का प्रचलन हुआ । " एक दूसरे मत के अनुसार आदिम काल में १ . २ ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
23 other sections not shown