The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-75 |
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Results 1-3 of 30
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... तथा अन्न से अन्य तीनों आश्रमों की सहायता करता है , अतः वह अन्य तीनों से श्रेष्ठ है । स्वर्ग तथा इहलोक में सुखाभिलाषी व्यक्ति को ...
... तथा अन्न से अन्य तीनों आश्रमों की सहायता करता है , अतः वह अन्य तीनों से श्रेष्ठ है । स्वर्ग तथा इहलोक में सुखाभिलाषी व्यक्ति को ...
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... तथा युवती स्वयं परस्पर आकर्षित होते होंगे । अथर्व वेद के एक मंत्र से पता चलता है कि माता - पिता प्रायः पुत्री को अपने प्रेमी के ...
... तथा युवती स्वयं परस्पर आकर्षित होते होंगे । अथर्व वेद के एक मंत्र से पता चलता है कि माता - पिता प्रायः पुत्री को अपने प्रेमी के ...
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... तथा हरिहर के अनुसार तीन बार तथा गंगाधर के अनुसार एक बार ऊँचे स्वर से यह सूचना दी जाती थी । इसका अभिप्राय उपस्थित लोगों को यह बतलाना ...
... तथा हरिहर के अनुसार तीन बार तथा गंगाधर के अनुसार एक बार ऊँचे स्वर से यह सूचना दी जाती थी । इसका अभिप्राय उपस्थित लोगों को यह बतलाना ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
23 other sections not shown