The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-75 |
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... प्रकार की बात नहीं हुई । मेरे स्वामी के पुत्र के हृदय में तो मेरे लिए प्रेम और दया की भावनाएँ थीं और वे मेरे लिए उसी प्रकार थे जिस प्रकार ...
... प्रकार की बात नहीं हुई । मेरे स्वामी के पुत्र के हृदय में तो मेरे लिए प्रेम और दया की भावनाएँ थीं और वे मेरे लिए उसी प्रकार थे जिस प्रकार ...
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... प्रकार : - वर्णरत्नाकर में ब्राह्म , देव , पैशाच और गान्धवं प्रभृति आठ प्रकार के विवाहों में प्राजापत्य को श्रेष्ठ कहा गया है ...
... प्रकार : - वर्णरत्नाकर में ब्राह्म , देव , पैशाच और गान्धवं प्रभृति आठ प्रकार के विवाहों में प्राजापत्य को श्रेष्ठ कहा गया है ...
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... प्रकार के और गर्ग ने अठारह प्रकार के कूट ( प्रीतिभेद ) बताएँ हैं । परन्तु उनमें कई कूटों को विभिन्न देशीय कह कर मुहूर्तचिन्तामणिकार ...
... प्रकार के और गर्ग ने अठारह प्रकार के कूट ( प्रीतिभेद ) बताएँ हैं । परन्तु उनमें कई कूटों को विभिन्न देशीय कह कर मुहूर्तचिन्तामणिकार ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
23 other sections not shown