Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 4Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... तुल्य इनके कुच , भ्रमर तुल्य भोंहे , लीला करती हुई सिंह तुल्य कटि , विप्र रूप कामदेव की पुष्प पूजा तुल्य मृदुभाषण और त्रिपथगामिनी ...
... तुल्य इनके कुच , भ्रमर तुल्य भोंहे , लीला करती हुई सिंह तुल्य कटि , विप्र रूप कामदेव की पुष्प पूजा तुल्य मृदुभाषण और त्रिपथगामिनी ...
Page 602
... तुल्य | उप्परि = ऊपर | दयत दैत्य तुल्य । हिल्ली हली , चली । काबिल = काबुल , मुसलमानी | घरा = घटा , सेना । --- अर्थः- धीर को विदाई का ताम्बूल ...
... तुल्य | उप्परि = ऊपर | दयत दैत्य तुल्य । हिल्ली हली , चली । काबिल = काबुल , मुसलमानी | घरा = घटा , सेना । --- अर्थः- धीर को विदाई का ताम्बूल ...
Page 768
... तुल्य | रंग = विनोद , क्रीड़ । विखम = विषम । घन छांह छल - छलकती हुई बादल की छाया , फैलती हुई बादल की छाया ( के तुल्य हाथी ) | हक्कार यौ ...
... तुल्य | रंग = विनोद , क्रीड़ । विखम = विषम । घन छांह छल - छलकती हुई बादल की छाया , फैलती हुई बादल की छाया ( के तुल्य हाथी ) | हक्कार यौ ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः आप इस इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ऐसा और कन्नौज कर करके करता करना करने करि कवि कवित्त कहने कहा का कारण किन्तु किया की की ओर के लिए के लिये के समान के साथ को गई गये घर चंद जाने जिससे जो तक तथा तब तुम तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देख देव दोनों दोहा द्वारा धीर नहीं ने पंगुराज पति पर पा० पुण्डीर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्राप्त बर बात भर भी मन मुख में मैं यह या युद्ध में रस रहा राज राजस्थान राजा के रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले वीर वीरों वे शत्रु शब्दार्थ शरीर शाह शिव संयोगिता सब समर सामंत सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वामी हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है है कि हैं हो गया होकर होता होने