Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 4Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... सहित संभरिपति विदा हुआ । पृथ्वीराज ने कैमास को मार दिया , तब से उसके भय से पृथ्वी और वड़े २ वर काँपते थे । जिसने अपनी शक्ति से उस समय ...
... सहित संभरिपति विदा हुआ । पृथ्वीराज ने कैमास को मार दिया , तब से उसके भय से पृथ्वी और वड़े २ वर काँपते थे । जिसने अपनी शक्ति से उस समय ...
Page 825
... सहित बर । जिम जिम रुधिर भरंत , सघन घन बरखत सद्ध र ॥ । जिम जिम सु स्वग्ग बज्यो उरह , तिम तिम सुर नर मुनि मन्यौ । जिम जिम सु घाय धरनी ...
... सहित बर । जिम जिम रुधिर भरंत , सघन घन बरखत सद्ध र ॥ । जिम जिम सु स्वग्ग बज्यो उरह , तिम तिम सुर नर मुनि मन्यौ । जिम जिम सु घाय धरनी ...
Page 735
... सहित । पत्पंच - संच = आडम्बर प्रदर्शित करने वाली पूजा की सामग्री । उत्तान ऊँचा । प्रन उचि = प्राणों से भी विशेष | जच्छि = यक्ष | नामक ...
... सहित । पत्पंच - संच = आडम्बर प्रदर्शित करने वाली पूजा की सामग्री । उत्तान ऊँचा । प्रन उचि = प्राणों से भी विशेष | जच्छि = यक्ष | नामक ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः आप इस इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ऐसा और कन्नौज कर करके करता करना करने करि कवि कवित्त कहने कहा का कारण किन्तु किया की की ओर के लिए के लिये के समान के साथ को गई गये घर चंद जाने जिससे जो तक तथा तब तुम तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देख देव दोनों दोहा द्वारा धीर नहीं ने पंगुराज पति पर पा० पुण्डीर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्राप्त बर बात भर भी मन मुख में मैं यह या युद्ध में रस रहा राज राजस्थान राजा के रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले वीर वीरों वे शत्रु शब्दार्थ शरीर शाह शिव संयोगिता सब समर सामंत सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वामी हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है है कि हैं हो गया होकर होता होने