Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 4Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
From inside the book
Results 1-3 of 86
Page 537
... ही राजा मारे गये तथा राय पिथोरा सरस्वती की सीमा में पकड़ा जाकर सुलतान की आज्ञा से कत्ल किया गया । इस प्रकार मुसलमानी तवारीखों से ही ...
... ही राजा मारे गये तथा राय पिथोरा सरस्वती की सीमा में पकड़ा जाकर सुलतान की आज्ञा से कत्ल किया गया । इस प्रकार मुसलमानी तवारीखों से ही ...
Page 870
... ही , एक मात्र चाहुआन नरेश्वर की संपत्ति थी और उसी के कारण वह ... ही योगिनियों के निमित्त ) । श्रट्ठह दिय = पाठ ही दीपक । मंडिय = जलाये ...
... ही , एक मात्र चाहुआन नरेश्वर की संपत्ति थी और उसी के कारण वह ... ही योगिनियों के निमित्त ) । श्रट्ठह दिय = पाठ ही दीपक । मंडिय = जलाये ...
Page 763
... ही स्थल ( क्षेत्र ) , नर कपाल ही कृषि फल ( जवार - बाजरे के झूमके ) घोड़े और सामन्तों का ऊपर तले होना ही कृषि राशि , खड्गाघात ही दंड ...
... ही स्थल ( क्षेत्र ) , नर कपाल ही कृषि फल ( जवार - बाजरे के झूमके ) घोड़े और सामन्तों का ऊपर तले होना ही कृषि राशि , खड्गाघात ही दंड ...
Common terms and phrases
अपनी अपने अर्थ अर्थः आप इस इस प्रकार उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ऐसा और कन्नौज कर करके करता करना करने करि कवि कवित्त कहने कहा का कारण किन्तु किया की की ओर के लिए के लिये के समान के साथ को गई गये घर चंद जाने जिससे जो तक तथा तब तुम तुल्य तो था थी थे दल दिन दिया दिल्ली देख देव दोनों दोहा द्वारा धीर नहीं ने पंगुराज पति पर पा० पुण्डीर पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज के प्राप्त बर बात भर भी मन मुख में मैं यह या युद्ध में रस रहा राज राजस्थान राजा के रूप लगा लगी लगे लिया वर वह वाला वाले वीर वीरों वे शत्रु शब्दार्थ शरीर शाह शिव संयोगिता सब समर सामंत सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वामी हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है है कि हैं हो गया होकर होता होने