The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-73Bihar Research Society, 1987 - Folk-lore |
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... अनुसार किसी - किसी दास को तो अपने स्वामी के परिवार के सदस्य की ही भांति कई सुविधाएँ उपलब्ध हो जाती थीं । कटाहक - जातक के अनुसार कटाहक ...
... अनुसार किसी - किसी दास को तो अपने स्वामी के परिवार के सदस्य की ही भांति कई सुविधाएँ उपलब्ध हो जाती थीं । कटाहक - जातक के अनुसार कटाहक ...
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... अनुसार उनमें प्रथम चार प्रकार प्रशस्त हैं और शेष अप्रशस्त । इनमें प्रथम सर्वोत्तम था , पंचम तथा षष्ठ किसी प्रकार सह्य थे तथा ...
... अनुसार उनमें प्रथम चार प्रकार प्रशस्त हैं और शेष अप्रशस्त । इनमें प्रथम सर्वोत्तम था , पंचम तथा षष्ठ किसी प्रकार सह्य थे तथा ...
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... अनुसार आदिम जन के अन्दर यौन स्वेच्छाचार को रोकने के लिए असगोत्र विवाह का प्रचलन हुआ । " एक दूसरे मत के अनुसार आदिम काल में वही ...
... अनुसार आदिम जन के अन्दर यौन स्वेच्छाचार को रोकने के लिए असगोत्र विवाह का प्रचलन हुआ । " एक दूसरे मत के अनुसार आदिम काल में वही ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
3 other sections not shown