The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-73Bihar Research Society, 1987 - Folk-lore |
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Results 1-3 of 22
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... कि क्षत्रप नहपान ने ब्राह्मणों को दान में कन्या प्रदान होगा कि दान में दी गयी कन्यायें दासियाँ ही रही होंगी । नासिक अभिलेख से किया ...
... कि क्षत्रप नहपान ने ब्राह्मणों को दान में कन्या प्रदान होगा कि दान में दी गयी कन्यायें दासियाँ ही रही होंगी । नासिक अभिलेख से किया ...
Page 113
... कि कहीं कोई वंश अछिन्न न हो जाये । इसाई पादरियों ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि विवाह एक शारीरिक ही नहीं आध्यात्मिक व्यवस्था भी है ...
... कि कहीं कोई वंश अछिन्न न हो जाये । इसाई पादरियों ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि विवाह एक शारीरिक ही नहीं आध्यात्मिक व्यवस्था भी है ...
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... कि आदिम काल में टोटम के आधार पर रक्त को ऐसी पवित्रता मान ली गई । ऐसा लगता है कि आदिम जातियाँ भ्रमणशील रहने के कारण नवीन सखा और नवीन ...
... कि आदिम काल में टोटम के आधार पर रक्त को ऐसी पवित्रता मान ली गई । ऐसा लगता है कि आदिम जातियाँ भ्रमणशील रहने के कारण नवीन सखा और नवीन ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
3 other sections not shown