The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-73Bihar Research Society, 1987 - Folk-lore |
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Results 1-3 of 21
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... के लिए बौद्ध लेखकों ने किया है । जो दास खेत , कर्मशाला अथवा दुकान में काम करते थे उनको कम्मन्त दास , जो वस्त्र बुनने और धोने का कर्म ...
... के लिए बौद्ध लेखकों ने किया है । जो दास खेत , कर्मशाला अथवा दुकान में काम करते थे उनको कम्मन्त दास , जो वस्त्र बुनने और धोने का कर्म ...
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... के लिए दान में दास अथवा दासी स्वीकार करने की मनाही की थी । जातक ... के लिए इस ब्राह्मण को शत स्वर्ण निष्क देना और यदि तुम अपनी भगीनी को ...
... के लिए दान में दास अथवा दासी स्वीकार करने की मनाही की थी । जातक ... के लिए इस ब्राह्मण को शत स्वर्ण निष्क देना और यदि तुम अपनी भगीनी को ...
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... के लिए एकपदी हो , अर्ज के लिए द्विपदी हो , भूमि के लिए त्रिपदी हो , सुखों के लिए चतुष्पदी हो , पशुओं के लिए पंचपदी हो , ऋतुओं के लिए ...
... के लिए एकपदी हो , अर्ज के लिए द्विपदी हो , भूमि के लिए त्रिपदी हो , सुखों के लिए चतुष्पदी हो , पशुओं के लिए पंचपदी हो , ऋतुओं के लिए ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
3 other sections not shown