The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-73Bihar Research Society, 1987 - Folk-lore |
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... दास प्रथा - प्राचीन पालि साहित्य में झूठे अहं को तुष्टि प्रदान ... दास - दासियों की व्यापक चर्चा , उसके क्रय - विक्रय के मिशाल - सामान्य ...
... दास प्रथा - प्राचीन पालि साहित्य में झूठे अहं को तुष्टि प्रदान ... दास - दासियों की व्यापक चर्चा , उसके क्रय - विक्रय के मिशाल - सामान्य ...
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... दास का मूल्य लगभग एक सौ कार्षापण होने का अनुमान लगाया है । " हालांकि क्रय पर सबल , दुर्बल रूप रंग , परिस्थिति आदि का असर पड़ता होगा ...
... दास का मूल्य लगभग एक सौ कार्षापण होने का अनुमान लगाया है । " हालांकि क्रय पर सबल , दुर्बल रूप रंग , परिस्थिति आदि का असर पड़ता होगा ...
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... दास अथवा दासी स्वीकार करने की मनाही की थी । जातक कथा के अनुसार एक ब्राह्मण ने राजा द्वारा एक सौ दासियों का भी दान पाया था । भी हमें ...
... दास अथवा दासी स्वीकार करने की मनाही की थी । जातक कथा के अनुसार एक ब्राह्मण ने राजा द्वारा एक सौ दासियों का भी दान पाया था । भी हमें ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
3 other sections not shown