The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-73Bihar Research Society, 1987 - Folk-lore |
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... भी होगा । डा ० कृष्ण कान्त त्रिवेदी ने जातक ( पृष्ठ ) एवं गाथा को आधार मानकर लिखा है कि- उच्चकुलोत्पन्न राज कुमार को भी एक हजारपण में ...
... भी होगा । डा ० कृष्ण कान्त त्रिवेदी ने जातक ( पृष्ठ ) एवं गाथा को आधार मानकर लिखा है कि- उच्चकुलोत्पन्न राज कुमार को भी एक हजारपण में ...
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... भी इसे महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त था । " यूनान में भी विवाह को एक पवित्र सम्बन्ध समझा जाता था । एथेन्स में तो एक अधिनियम के द्वारा ...
... भी इसे महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त था । " यूनान में भी विवाह को एक पवित्र सम्बन्ध समझा जाता था । एथेन्स में तो एक अधिनियम के द्वारा ...
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... भी कन्यादान की दक्षिणा दहेज रूप में देने कठोर हो गई है । पूर्व ही विवाह की प्रथा प्रचलित हुई तो वर के करना आवश्यक समझा गया । विवाह ...
... भी कन्यादान की दक्षिणा दहेज रूप में देने कठोर हो गई है । पूर्व ही विवाह की प्रथा प्रचलित हुई तो वर के करना आवश्यक समझा गया । विवाह ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
3 other sections not shown