The Journal of the Bihar Research Society, Volumes 71-73Bihar Research Society, 1987 - Folk-lore |
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Results 1-3 of 23
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... है जो विशेष रूप से अनिष्टकारक कहा गया है । अतएव लग्न ऐसा होना चाहिए कि यामित्र पाप दोष से रहित और चन्द्रमा तारा के अनुकूल हो तथा ...
... है जो विशेष रूप से अनिष्टकारक कहा गया है । अतएव लग्न ऐसा होना चाहिए कि यामित्र पाप दोष से रहित और चन्द्रमा तारा के अनुकूल हो तथा ...
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... है । अग्नि देवताओं का वाहन है । यह भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि है । इसके सान्निध्य में विवाह - संस्कार करने की प्रथा रही है । अग्नि ...
... है । अग्नि देवताओं का वाहन है । यह भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधि है । इसके सान्निध्य में विवाह - संस्कार करने की प्रथा रही है । अग्नि ...
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... है ऋग्वेद में सप्तपदी के लिए अग्नि द्वारा इष् और ऊर्ज के दोहन का उल्लेख है । अथर्ववेद में अथर्वा वरूण को अपना सप्रपदसखा कहता है , और ...
... है ऋग्वेद में सप्तपदी के लिए अग्नि द्वारा इष् और ऊर्ज के दोहन का उल्लेख है । अथर्ववेद में अथर्वा वरूण को अपना सप्रपदसखा कहता है , और ...
Contents
THE BIHAR RESEARCH SOCIETY | 1 |
A Study of | 9 |
Significance of Sahasrapradayin | 23 |
3 other sections not shown