'दशद्वार' से 'सोपान' तकAutobiography of Harivansh Rai Bachchan (Part 4) |
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मूर्ति का दूसरा रहस्य उसके टूटे हाथों में
माना जाता है । इसपर भी कला - पारखियों में
विवाद है । सम्यक मूर्ति में हाथों की
स्थिति ...
मूर्ति का दूसरा रहस्य उसके टूटे हाथों में
माना जाता है । इसपर भी कला - पारखियों में
विवाद है । सम्यक मूर्ति में हाथों की
स्थिति ...
Page 180
कभी उसके अधरोष्ठ कोनों से उसके मन - मानस में
कद उसकी थाह लेना चाहते हैं और न पाकर निराश
लौट आते हैं । मेरी समझ में शायद यही सबसे ...
कभी उसके अधरोष्ठ कोनों से उसके मन - मानस में
कद उसकी थाह लेना चाहते हैं और न पाकर निराश
लौट आते हैं । मेरी समझ में शायद यही सबसे ...
Page 468
और नाना की मृत्यु हो ही चुकी थी ; उसके
स्वभाव में कुछ उग्रता आ गई ... सृजन की कल्पना
उसकी आँखों में थी और हाथ श्रम - लगन के साथ
उसे रूप ...
और नाना की मृत्यु हो ही चुकी थी ; उसके
स्वभाव में कुछ उग्रता आ गई ... सृजन की कल्पना
उसकी आँखों में थी और हाथ श्रम - लगन के साथ
उसे रूप ...
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