'दशद्वार' से 'सोपान' तकAutobiography of Harivansh Rai Bachchan (Part 4) |
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... हमारा इंतज़ार कर रहे थे । खाना उन्हीं के यहां था । लौकिक मुहावरे में जिसे कहते हैं 56 प्रकार का भोजन , उमा ने हमारे लिए अपने हाथों से ...
... हमारा इंतज़ार कर रहे थे । खाना उन्हीं के यहां था । लौकिक मुहावरे में जिसे कहते हैं 56 प्रकार का भोजन , उमा ने हमारे लिए अपने हाथों से ...
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... हमारे चारों ओर जो छोटी - छोटी घटनाएं होती हैं उनका कभी - कभी हमारे मन पर कितना गहरा प्रभाव पड़ता है इस पर हम जल्दी ध्यान नहीं देते ...
... हमारे चारों ओर जो छोटी - छोटी घटनाएं होती हैं उनका कभी - कभी हमारे मन पर कितना गहरा प्रभाव पड़ता है इस पर हम जल्दी ध्यान नहीं देते ...
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बच्चन. गया कि जो चीजें हमारे सामने हैं वे स्थानीय उत्पादन हैं । काश , हमारे सामान्य ग्रामीणों का भोजन भी ऐसा हो सकता ! ताशकंद में ...
बच्चन. गया कि जो चीजें हमारे सामने हैं वे स्थानीय उत्पादन हैं । काश , हमारे सामान्य ग्रामीणों का भोजन भी ऐसा हो सकता ! ताशकंद में ...
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Common terms and phrases
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