'दशद्वार' से 'सोपान' तकAutobiography of Harivansh Rai Bachchan (Part 4) |
From inside the book
Results 1-3 of 82
Page 61
हम तो रमते राम हमारा क्या घर ? क्या दर ? कसा
वेतन ? ' व्यावहारिक संसार ऐसे लोगों को
विक्षिप्त या सिरफिरा समझता है , कहता भी है ,
पर ये ...
हम तो रमते राम हमारा क्या घर ? क्या दर ? कसा
वेतन ? ' व्यावहारिक संसार ऐसे लोगों को
विक्षिप्त या सिरफिरा समझता है , कहता भी है ,
पर ये ...
Page 124
लिए हम बिलकुल चेतना - शून्य हो गए थे । और जब
हमारी चेतना लौटी तो हमने एक दूसरे को टटोल -
टटोलकर देखा कि हम सशरीर जिंदा तो हैं , या
मरकर ...
लिए हम बिलकुल चेतना - शून्य हो गए थे । और जब
हमारी चेतना लौटी तो हमने एक दूसरे को टटोल -
टटोलकर देखा कि हम सशरीर जिंदा तो हैं , या
मरकर ...
Page 125
हम ' टो ' की हुई गाड़ी में उनके बंगले पर
पहुंचे तो वे हमें देख भौंचक रह ... ठीक कराई और
दूसरे दिन दोपहर का खाना खिलाकर हमें विदा
किया ।
हम ' टो ' की हुई गाड़ी में उनके बंगले पर
पहुंचे तो वे हमें देख भौंचक रह ... ठीक कराई और
दूसरे दिन दोपहर का खाना खिलाकर हमें विदा
किया ।
What people are saying - Write a review
We haven't found any reviews in the usual places.
Other editions - View all
Common terms and phrases
अंग्रेजी अगर अधिक अनुवाद अपना अपनी अपने अब अमिताभ आए आप इस उनका उनकी उनके उन्हें उन्होंने उस उसका उसकी उसके उसे एक ऐसा ओर और कई कभी कम कर करते करना करने कविता कहा कहीं का काम किया था किसी की कुछ के बाद के लिए के साथ को कोई क्या गई गए गया था घर जब जा जाती जाने जी जीवन जो तक तब तरह तेजी तो था कि थी थीं थे दिन दिया गया दिल्ली दी दो दोनों नहीं नाम ने पंडित पर पहले पास प्रति फिर बड़ा बड़ी बहुत बात बार भी मन मुझे में में भी मेरा मेरी मेरे मैं मैंने यह यहाँ या याद रहा रही रहे रूप में लगा लिया ले लोग वर्ष वह वहाँ वे शायद सकता सब समय सामने से हम हमारे हमें हिंदी ही हुआ हुई हुए हूँ है और है कि हैं हो होगा होता होती होने