'दशद्वार' से 'सोपान' तकAutobiography of Harivansh Rai Bachchan (Part 4) |
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... हो , हम - सुखन कोई न हो और हम जब कोई न हो । बेदरो - दीवार - सा यक घर बनाया चाहिये , कोई हमसाय : न हो और पासबाँ कोई न हो । पड़िये गर बीमार ...
... हो , हम - सुखन कोई न हो और हम जब कोई न हो । बेदरो - दीवार - सा यक घर बनाया चाहिये , कोई हमसाय : न हो और पासबाँ कोई न हो । पड़िये गर बीमार ...
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... हो जाता भिनसारा । जब घर से आई दीप न लाई , रूठ गया उस रैन तुखारा । मना न फिर गो हुई न मुझसे भूल दुबारा । घर से आती , दीप जलाती , पूछ - पूछ ...
... हो जाता भिनसारा । जब घर से आई दीप न लाई , रूठ गया उस रैन तुखारा । मना न फिर गो हुई न मुझसे भूल दुबारा । घर से आती , दीप जलाती , पूछ - पूछ ...
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... हो गई है जिससे वे आज तक पूर्णतया मुक्त नहीं हो सकी हैं । डाक्टर ने पूरे दिन उनकी परीक्षा की , सैकड़ों सवाल पूछे और शाम को कहा , जैसे ...
... हो गई है जिससे वे आज तक पूर्णतया मुक्त नहीं हो सकी हैं । डाक्टर ने पूरे दिन उनकी परीक्षा की , सैकड़ों सवाल पूछे और शाम को कहा , जैसे ...
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Common terms and phrases
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