Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
From inside the book
Results 1-3 of 87
Page 8
... की तुलना वृद्धता और जवानी से की गई है वह बड़ी स्वाभाविक बन पडी है । इसी प्रकार पृथ्वीराज का प्रतिहार नाहरराय पर आक्रमण करने को ...
... की तुलना वृद्धता और जवानी से की गई है वह बड़ी स्वाभाविक बन पडी है । इसी प्रकार पृथ्वीराज का प्रतिहार नाहरराय पर आक्रमण करने को ...
Page 12
... की खोज में ध्यान - मग्न होने तथा पतिव्रता स्त्री के गुण - अवगुणों की ओर कान देकर सुनने से की गई है , उससे . सिंह की तत्कालीन मानसिक ...
... की खोज में ध्यान - मग्न होने तथा पतिव्रता स्त्री के गुण - अवगुणों की ओर कान देकर सुनने से की गई है , उससे . सिंह की तत्कालीन मानसिक ...
Page 373
... की , दमयंति नल की द्रौपदी अर्जुन की , शची इंद्र की , गवरी शङ्कर को , सत्यभामा कृष्ण की और रोहिणी चंद्रमां की , स्वतः सहगामिनी ( परंपरा ...
... की , दमयंति नल की द्रौपदी अर्जुन की , शची इंद्र की , गवरी शङ्कर को , सत्यभामा कृष्ण की और रोहिणी चंद्रमां की , स्वतः सहगामिनी ( परंपरा ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने