Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
From inside the book
Results 1-3 of 73
Page 232
... तुल्य गर्जना करने वाला । भीम क्रम = भीम । को चला देने ( विचलित करने ) वाला । वज्जु - वज्र | अर्थ : - सुसज्जित ४००० चारहजार सेना को लिये ...
... तुल्य गर्जना करने वाला । भीम क्रम = भीम । को चला देने ( विचलित करने ) वाला । वज्जु - वज्र | अर्थ : - सुसज्जित ४००० चारहजार सेना को लिये ...
Page 314
... तुल्य और वे स्वयं देवता तुल्य थे । उनके शील , सत्य , गुणज्ञता , दान और खड्ग की प्रशंसा कर सकें ऐसी किसकी बुद्धि हो सकती है । उनके ...
... तुल्य और वे स्वयं देवता तुल्य थे । उनके शील , सत्य , गुणज्ञता , दान और खड्ग की प्रशंसा कर सकें ऐसी किसकी बुद्धि हो सकती है । उनके ...
Page 333
... तुल्य हैं , जिसकी घोषणा यम तुल्य है और जो स्वयम् विद्याधर तुल्य है । जिसने जिस पृथ्वी को धारण किया ( दिल्ली राज्य को प्राप्त किया ) ...
... तुल्य हैं , जिसकी घोषणा यम तुल्य है और जो स्वयम् विद्याधर तुल्य है । जिसने जिस पृथ्वी को धारण किया ( दिल्ली राज्य को प्राप्त किया ) ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने