Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... दे रखा है । दिया है कि फिर पूर्व परंपरानुसार महाकवि ' दशावतार ' वर्णन को भी अपने काव्य ग्रन्थ में स्थान देना नहीं भुले हैं । अति ...
... दे रखा है । दिया है कि फिर पूर्व परंपरानुसार महाकवि ' दशावतार ' वर्णन को भी अपने काव्य ग्रन्थ में स्थान देना नहीं भुले हैं । अति ...
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... दिया ( कृष्ण और बलदेव को मथुरा ले जाकर उन उत्सवों को सदा के लिये व्रज में बन्द कर दिया ) । अभिनव विरह विलप्पि ' त्रिय , दिक्खन नंद ...
... दिया ( कृष्ण और बलदेव को मथुरा ले जाकर उन उत्सवों को सदा के लिये व्रज में बन्द कर दिया ) । अभिनव विरह विलप्पि ' त्रिय , दिक्खन नंद ...
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... दे , का , पा ० । ३ , ४ , ५ दे ० । शब्दर्थः - ऊख समय- उषः काल में । वंटि = बांट दिया , वितीर्य कर दिया । श्रपु - अपने | दिन्न = दिया । अर्थः ...
... दे , का , पा ० । ३ , ४ , ५ दे ० । शब्दर्थः - ऊख समय- उषः काल में । वंटि = बांट दिया , वितीर्य कर दिया । श्रपु - अपने | दिन्न = दिया । अर्थः ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने