Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
From inside the book
Results 1-3 of 68
Page 11
... दिल्ली किल्ली " कथा से पाठक समझ पायेंगे कि सम्वत् १२१३ के निकट दिल्ली पर चतुर्थ बीशल ने आक्रमण किया और दिल्ली करदरूप में विजय की गई ...
... दिल्ली किल्ली " कथा से पाठक समझ पायेंगे कि सम्वत् १२१३ के निकट दिल्ली पर चतुर्थ बीशल ने आक्रमण किया और दिल्ली करदरूप में विजय की गई ...
Page 81
... दिल्ली पुरंभासनं ॥ १ ॥ ग्रा ० पाठ , १ से ३ , ५ , ७ , दे ० । ४ , घ ० । ६ , का ० भीं ० पा ०८ , ६ , पा ० । शब्दार्थ : -ज | : - जा = जिस | कलयं = सुन्दर ...
... दिल्ली पुरंभासनं ॥ १ ॥ ग्रा ० पाठ , १ से ३ , ५ , ७ , दे ० । ४ , घ ० । ६ , का ० भीं ० पा ०८ , ६ , पा ० । शब्दार्थ : -ज | : - जा = जिस | कलयं = सुन्दर ...
Page 225
... दिल्ली में जो कुछ देखा सुना वह सब बादशाह को कह सुनाया । शब्दार्थः - क्रम ढिल्ली दिल्ली बयर , ढिल्ली नृप चहुन । गौ तीरथ बन सज्जिकै ...
... दिल्ली में जो कुछ देखा सुना वह सब बादशाह को कह सुनाया । शब्दार्थः - क्रम ढिल्ली दिल्ली बयर , ढिल्ली नृप चहुन । गौ तीरथ बन सज्जिकै ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने