Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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Page 87
... पुत्र से | एह बत्त = इस बात पर | श्राचिञ्न = आश्चर्य | पित्त - पिता | घन = भारी । अधियै = दीजिये । कुसल = कुशल , मंगल कार्य , पुत्र जन्म ...
... पुत्र से | एह बत्त = इस बात पर | श्राचिञ्न = आश्चर्य | पित्त - पिता | घन = भारी । अधियै = दीजिये । कुसल = कुशल , मंगल कार्य , पुत्र जन्म ...
Page 178
... पुत्र का सांसा पुत्र प्रेम की विह्वलता | काम = कामनाश | वध = मृत्युभय । मुक्के = छोड़ दिया । त्रिय - तीन । श्रधम कृत = श्रपकर्म । तौ दल ...
... पुत्र का सांसा पुत्र प्रेम की विह्वलता | काम = कामनाश | वध = मृत्युभय । मुक्के = छोड़ दिया । त्रिय - तीन । श्रधम कृत = श्रपकर्म । तौ दल ...
Page 240
... पुत्र चामुंडराय ने शाह को बाहु युद्ध करके पकड़ लिया । । अवर अनी ... पुत्र । सुश्रन = पुत्र | बाम = बाईं ओर | हड्ड = हाड़ा क्षत्रिय | अर्थः ...
... पुत्र चामुंडराय ने शाह को बाहु युद्ध करके पकड़ लिया । । अवर अनी ... पुत्र । सुश्रन = पुत्र | बाम = बाईं ओर | हड्ड = हाड़ा क्षत्रिय | अर्थः ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने