Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... भी बढ़ाई गई । हमने केवल चन्द कथित छन्दों को ही जैसा कि पहले उल्लेख किया ... भी रासौ भी " नाहरराय " कहकर सम्बोधित किया है । पृथ्वीराज रासो.
... भी बढ़ाई गई । हमने केवल चन्द कथित छन्दों को ही जैसा कि पहले उल्लेख किया ... भी रासौ भी " नाहरराय " कहकर सम्बोधित किया है । पृथ्वीराज रासो.
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... भी सुलझाया जा सकता है । यह अनंद सं०- पीपली ( मेवाड़ ) के आचार्य ( दाधीच ऋषिकेश के वंशजों ) के पट्ट े परवानों में भी है जो अ ० सं ० १ ९ ४३ ...
... भी सुलझाया जा सकता है । यह अनंद सं०- पीपली ( मेवाड़ ) के आचार्य ( दाधीच ऋषिकेश के वंशजों ) के पट्ट े परवानों में भी है जो अ ० सं ० १ ९ ४३ ...
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... भी ताड़ने वाला था । उसने शत्रु मुण्डों को युद्ध रूपी यज्ञ कुण्ड में होम दिया वे मृतवीर स्वर्ग में उसके द्वारा जा बसे , इसकी साक्षी ...
... भी ताड़ने वाला था । उसने शत्रु मुण्डों को युद्ध रूपी यज्ञ कुण्ड में होम दिया वे मृतवीर स्वर्ग में उसके द्वारा जा बसे , इसकी साक्षी ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने