Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... में अनंद संवत में ६१ वर्ष जोड़ने से ही यह , ग्रन्थि सुलझ सकती है । इसी प्रकार रासो में बीच की घटनाओं के संवतों को भी सुलझाया जा सकता ...
... में अनंद संवत में ६१ वर्ष जोड़ने से ही यह , ग्रन्थि सुलझ सकती है । इसी प्रकार रासो में बीच की घटनाओं के संवतों को भी सुलझाया जा सकता ...
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... में उल्लखित रावल समर - साहस ( समर विक्रम ) है | जिस समरसिंह के शिलालेख प्राप्त हुए उनसे इसका कोई सम्बन्ध नही है , वह तो आहड़ नागदा की ...
... में उल्लखित रावल समर - साहस ( समर विक्रम ) है | जिस समरसिंह के शिलालेख प्राप्त हुए उनसे इसका कोई सम्बन्ध नही है , वह तो आहड़ नागदा की ...
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... में । अर्थ – उस वीर प्रताप के पंच तत्व , पवन में पवन , जल में जल , तेज में तेज , शून्य में शून्य ( आकाश में आकाश ) , पृथ्वी में पृथ्वी ...
... में । अर्थ – उस वीर प्रताप के पंच तत्व , पवन में पवन , जल में जल , तेज में तेज , शून्य में शून्य ( आकाश में आकाश ) , पृथ्वी में पृथ्वी ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने