Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... राज ( मल्ह राज , नाहरराय ) के गौरव को तुच्छ कर दिया , विजयोसामंत गर्जना करने लगे , फिर नाहरराय की श्र ेष्ठ कुमारी का पृथ्वीराज से ...
... राज ( मल्ह राज , नाहरराय ) के गौरव को तुच्छ कर दिया , विजयोसामंत गर्जना करने लगे , फिर नाहरराय की श्र ेष्ठ कुमारी का पृथ्वीराज से ...
Page 297
... राज - राजन्न ग्रा ० पाठ १ , सं ० । २ पा ० । ३ दे ० | शब्दार्थः - सथ्थ - साथ में । सध्थि = साथ में । रखि = रक्खे लिये । राज = राजा ( पृथ्वीराज ) ...
... राज - राजन्न ग्रा ० पाठ १ , सं ० । २ पा ० । ३ दे ० | शब्दार्थः - सथ्थ - साथ में । सध्थि = साथ में । रखि = रक्खे लिये । राज = राजा ( पृथ्वीराज ) ...
Page 368
... राज द्रुग्गह नृपति , सुमत राज पृथिराज | अति अनंद आनंद से , हिंदवान सिरताज ॥। ३६ ।। श॰दार्थः – बढे = चढा , प्रवेश किया | राज द्रुग्गह - राज ...
... राज द्रुग्गह नृपति , सुमत राज पृथिराज | अति अनंद आनंद से , हिंदवान सिरताज ॥। ३६ ।। श॰दार्थः – बढे = चढा , प्रवेश किया | राज द्रुग्गह - राज ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने