Pṛthvīrāja rāsō. Sampādaka: Kavirāva Mōhanasiṃha. [Prathama samskaraṇa], Volume 1Sāhitya Saṃstthāna, 1954 |
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... वाले ( ब्रह्मा ) । धारयं - त्रसुमति वसुमति धारयं = पृथ्वी को धारण करने वाले शेष नाग / पिंगल ) | चरणाश्रयं = वरणाश्रय । तं - गुं ं = तमोगुण ...
... वाले ( ब्रह्मा ) । धारयं - त्रसुमति वसुमति धारयं = पृथ्वी को धारण करने वाले शेष नाग / पिंगल ) | चरणाश्रयं = वरणाश्रय । तं - गुं ं = तमोगुण ...
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... वाले । । अर्थः — देवाधिदेव वसुदेव - सुत , सदैव गुण राशि की पूर्ति करने वाले हैं पल मात्र भी उनके श्रेष्ठ नाम के स्मरण से अनेकों पाप ...
... वाले । । अर्थः — देवाधिदेव वसुदेव - सुत , सदैव गुण राशि की पूर्ति करने वाले हैं पल मात्र भी उनके श्रेष्ठ नाम के स्मरण से अनेकों पाप ...
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... वाले । अर्थ : —उस शिकार के भयानक शोरगुल से कानों को कुछ भी नहीं सुनाई पड़ता था । ऐसे समय में गुफा में में से सोये सहित जाग उठे । हुए ...
... वाले । अर्थ : —उस शिकार के भयानक शोरगुल से कानों को कुछ भी नहीं सुनाई पड़ता था । ऐसे समय में गुफा में में से सोये सहित जाग उठे । हुए ...
Common terms and phrases
अंग अपने अर्थ अर्थः आदि इस प्रकार उन उस उस समय उसका उसकी उसके उसने उसी उसे एक ओर और कन्ह कर करके करता करते करना करने करि कवि कवित्त कहा का का० कि किया की कृष्ण के लिये के समान के साथ को कोई गई गया गये ग्रा० पाठ १ घ० घर चंद जा जिससे जो तथा तब तुल्य तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दी दे० देने दोनों दोहा द्वारा नहीं नाम ने पर पा० पा० १ पुत्र पृथ्वी पृथ्वीराज पृथ्वीराज के प्रा० प्राप्त बर बल बात ब्रह्मा भी मन मानों मुख मुगल में यह या युक्त युद्ध रस राज राजस्थान राजा राम रूप लगा लगी लगे लिया वर वर्णन वह वाला वाले विशेष वीर वीरों वे शब्दार्थः शरीर शिव श्रेष्ठ सब सिर सु सूर्य से सेना स्थान स्वरूप हाथ हाथी ही हुआ हुई हुए हे है हैं हो होकर होने