Hindi Muhawara Lokotik Kosh

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Lokbharti Prakashan, Sep 1, 2007 - Hindi language - 451 pages
मुहावरे और लोकोक्तियाँ जन-जीवन की अभिव्यक्ति के सहज उपकरण हैं। मुहावरा पद या पदबंध होता है, वाक्य का अंग बनता है तथा उसका अर्थ शब्दों की लक्षणाशक्ति से निकलता है। इसके विपरीत लोकोक्ति अपने में एक पूर्ण विचार, फलत: वाक्य रूप होती है तथा उसका अर्थ शब्दों की व्यंजना शक्ति से निकलता है। मुहावरे भाषा का शृंगार होते हैं और उसमें चमत्कार और चुटीलापन लाते हैं। लोकोक्तियां सत्यकथन या परमार्श के रूप में होती हैं और होती है समाज के सामूहिक िंचतन का निचोड़!
 

Contents

Section 1
1
Section 2
2
Section 3
3
Section 4
109
Section 5
110
Section 6
117
Section 7
134
Section 8
136
Section 9
164
Section 10
260
Section 11
358
Section 12
399
Section 13
402
Section 14
419
Section 15
451
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Common terms and phrases

अजित पुष्कल अधिक अपना अपनी अपने अब अमृतलाल नागर अश्क आँख आँखें आँखों आज आदि आना इस उस उसका उसकी उसके उसे एक ऐसा ऐसी और कभी कमलेश्वर कर देना करते करना करने कहना कहीं का काम कि किसी के की कुछ के कारण के लिए को कोई क्या गई गए गया गिरिधर गोपाल घर चाहिए जब जाए जान जाने जी जैसे जो डालना तक तरह तुम तो था थी थे दिन दिया दिल दूसरे दे० देना दो न होना नहीं नाम निकालना ने पड़ना पर पानी पेट पैर प्रकार प्रेमचंद फिर बहुत बात बातें भर भी मन मारना मुँह में मैं यह यहाँ या रखना रह रहना रहा रही रहे रा० प्र० सिंह रा० रा० प्र० रूप लगना लगा लगाना लेना वह वे व्यक्ति शिवानी सब समय साथ सिर सीताराम चतुर्वेदी से हाथ ही हुआ हुए है हैं हो जाना होता है होना होने

About the author (2007)

जन्म: 16 सितम्बर, 1932 को, अकालगढ़, जिला - गुजराँवाला में (अब पाकिस्तान)। शिक्षा: एम.ए., पी-एच.डी.। डॉ. बदरीनाथ कपूर पिछले पाँच दशकों से भाषा, व्याकरण और कोश प्रणयन के क्षेत्र में निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. कपूर 1956 से 1965 तक हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग द्वारा प्रकाशित ‘मानक हिंदी कोश’ पर सहायक सम्पादक के रूप में काम करते रहे। बाद में जापान सरकार के आमंत्रण पर टोक्यो विश्वविद्यालय में, 1983 से 1986 तक, अतिथि प्रोफेसर के रूप में सेवा प्रदान की। प्रकाशन: प्रभात बृहत् अंग्रेजी-हिंदी कोश, प्रभात व्यावहारिक अंग्रेजी-हिंदी कोश, प्रभात व्यावहारिक हिंदी-अंग्रेजी कोश, प्रभात विद्यार्थी हिंदी-अंग्रेजी कोश, प्रभात विद्यार्थी अंग्रेजी-हिंदी कोश, बेसिक हिंदी, हिंदी पर्यायों का भाषागत अध्ययन, वैज्ञानिक परिभाषा कोश, आजकल की हिंदी, अंग्रेजी-हिंदी पर्यायवाची कोश, शब्द-परिवार कोश, हिंदी अक्षरी, लोकभारती मुहावरा कोश, परिष्कृत हिंदी व्याकरण, सहज हिंदी व्याकरण, नूतन पर्यायवाची कोश, लिपि वर्तनी और भाषा, हिंदी व्याकरण की सरल पद्धति, आधुनिक हिंदी प्रयोग कोश, बृहत् अंग्रेजी-हिंदी कोश, व्यावहारिक अंग्रेजी-हिंदी कोश, मुहावरा तथा लोकोक्ति कोश, व्याकरण- मंजूषा, हिंदी प्रयोग कोश आदि। अलंकरण एवं सम्मान: डॉ. कपूर की अनेक पुस्तकें उत्तर प्रदेश शासन द्वारा पुरस्कृत हैं। ‘श्री अन्नपूर्णानन्द वर्मा अलंकरण’ 1997, ‘सौहार्द सम्मान’ 1997, ‘काशी रत्न’ 1998, ‘महामना मदनमोहन मालवीय सम्मान’ 1999 एवं ‘विद्या भूषण सम्मान’ 2000 । आवरण: राजकमल स्टूडियो

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