पूछो परसाई सेCollection of question and answer taken from "Pūcho Parasāī se" a column earlier published in a Hindi newspaper "Deśabandhū" in question-answer form. |
Contents
Section 1 | 8 |
Section 2 | 32 |
Section 3 | 50 |
Section 4 | 66 |
Section 5 | 84 |
Section 6 | 104 |
Section 7 | 122 |
Section 8 | 140 |
Section 9 | |
Common terms and phrases
अगर अपनी अपने अब आगे आज आत्मा आदमी आनंद आप इस इसलिए उस उसके उसने उसे एक ऐसा कभी कर करता करते हैं करना करने कहता कहीं का किसी की कुछ के लिए को कोई क्या क्योंकि गया है गयी गये चाहिए जब जहां जा जाता है जाती जाते हैं जाये जिंदगी जीवन के जैसे जो ज्यादा ठीक तक तब तरफ तरह तुम तो था थी थे दिन दिया दिल्ली दुनिया दूसरे दो नहीं है पता पर पास पीछे पैदा प्रेम फिर फूल बहुत बात बाहर भारत भी नहीं भीतर मन मनुष्य मुझे में मेरे मैं मैंने यह ये रह रहा है रहे हैं लेकिन लोग लोगों वह वहां विद्या वे व्यक्ति शिक्षा सकती सब सवाल साथ साधन साध्य सारी से हम हमारे हमें ही हुआ हुए हूं है और है कि है तो हो गया हो जाता है हो सकता है होगा होता है होती होना होने